यज्ञ/पूजा की सामग्री में नारियल का महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है। नारियल के बिना की गई किसी भी पूजा को अधूरा माना जाता है। मान्यता है कि भगवान को पूरी श्रद्धा से नारियल चढ़ाते हैं तो आपके दुख- दर्द दूर हो जाते हैं, सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और धन की प्राप्ति होती है।
नारियल को श्रीफल के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है भगवान विष्णु पृथ्वी पर अवतार लेते समय लक्ष्मी, नारियल का वृक्ष और कामधेनु को अपने साथ लाए थे।
नारियल के वृक्ष को कल्पवृक्ष के नाम से भी जाना जाता है इसमें तीन देव ब्रह्मा, विष्णु और महेश, का वास होता है।
नारियल भगवान भोलेनाथ का बहुत प्रिय होता है। इसमें बनी तीन आंखों की तुलना शिवजी के त्रिनेत्र से की जाती है।
श्रीफल शुभ, समृद्धि, उन्नतिऔर सम्मान का सूचक होता है। नारियल को यज्ञ में भेंट कर आप अपने आपको भगवान के चरणों में समर्पित करते हैं।
Copyright © Jai Ho India, All Rights Reserved.